पुरुंगा अंडरग्राउंड कोल माइंस का तथ्यपूर्ण जबरदस्त विरोध…….

धरमजयगढ़ क्षेत्र में अडानी समूह से संबद्ध मेसर्स अंबुजा सीमेंट लिमिटेड की प्रस्तावित भूमिगत कोयला खदान परियोजना को लेकर परिस्थितियाँ लगातार जटिल होती जा रही हैं।

इसी क्रम में बता दें,24 अक्टूबर को धरमजयगढ़ अंतर्गत पुरुँगा के स्कूल मैदान में तीनों ग्राम पंचायत—पुरुँगा, साम्हारसिंघा और तेन्दुमुड़ी—की संयुक्त आमसभा आयोजित की गई,जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष, युवा, परंपरागत पदाधिकारी,स्थानीय जनप्रतिनिधि सामाजिक कार्यकर्ता,पर्यावरण प्रेमी एनजीओ उपस्थित रहे।

मौजूद विधायक ने भी ग्रामीणों के आग्रह पर सभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई,जिससे स्पष्ट संकेत गया कि विरोध अब केवल सामाजिक स्तर की आवाज़ नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से भी एक सामूहिक रुख में बदल रहा है।सभा ने सर्वसम्मति से निर्णय दोहराया कि प्रस्तावित 11 नवंबर की जनसुनवाई किसी भी परिस्थिति में नहीं होने दी जाएगी।कहना है कोल ब्लॉक जल जंगल जमीन को निगलने वाली है विकास के नाम पर यदि निर्णय उनकी भागीदारी के बिना,बंद कमरों और सीमित बैठकों में किए जाएंगे,तो ये स्वीकार नहीं संवाद खुले मंच पर,जनसाधारण की उपस्थिति में और दावे–तथ्यों के प्रमाणसहित होना चाहिए।

लेकिन कंपनी अभी भी अपने दावों पर अडिग है कि परियोजना पर्यावरणीय रूप से ‘न्यूनतम प्रभाव’ वाली है, वहीं ग्रामीण अपने अनुभव, भूगोल,जंगल पर निर्भर जीवन, हाथियों के खतरे और पारंपरिक संसाधनों के आधार पर इसे ‘उच्च जोखिम’ वाली परियोजना मानते हैं।
ऐसे में स्थिति अब पूरी तरह दोराहे पर खड़ी है। प्रशासन यह संदेश दे रहा है कि संवाद का रास्ता खुला है,जबकि ग्रामीणों का कहना है कि संवाद तभी सार्थक होगा जब वह सार्वजनिक, सर्वसुलभ और निर्णायक हो।
बहरहाल 11 नवंबर की जनसुनवाई की तारीख नजदीक आ रही है, सहमति और भरोसे से जुड़ी दरारें और चौड़ी हो रही हैं।
रिपोर्टर :शेख आलम धरमजयगढ़





