प्रिय धरमजयगढ़ वासियों,मैं राजीव अग्रवाल,आज आपके सामने नेता नहीं,बेटा बनकर खड़ा हूँ…….

मेरे प्रिय धरमजयगढ़ वासियों,
मैं राजीव अग्रवाल, आज आपके सामने नेता नहीं, बल्कि आपका बेटा बनकर खड़ा हूँ। धरमजयगढ़ सिर्फ एक नगर नहीं, यह हमारी पहचान, हमारा स्वाभिमान और हमारी अस्मिता है। इसे समृद्ध, आत्मनिर्भर और गौरवशाली बनाना मेरा कर्तव्य है।

मेरा दृढ़ संकल्प है कि धरमजयगढ़ में अमीर-गरीब, महिला-पुरुष, बुजुर्ग और युवाओं का समान रूप से विकास हो। हर व्यक्ति को सम्मान, सुरक्षा और अवसर मिले। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष योजनाएँ हों, बुजुर्गों को उनके अनुभव का मान मिले, युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें और हर बच्चा बेहतरीन शिक्षा से वंचित न रहे।
मैं चाहता हूँ कि हमारा नगर सर्व समाज के कल्याण का प्रतीक बने, जहाँ हर जाति, हर वर्ग, हर धर्म के लोग मिल-जुलकर रहें और धरमजयगढ़ की उन्नति में सहभागी बनें। पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ विकास की इस यात्रा में, मैं आपके साथ हर कदम पर खड़ा हूँ।
यह चुनाव मेरा नहीं, हमारा है।
यह संघर्ष मेरे पद के लिए नहीं, बल्कि धरमजयगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सर्वांगीण विकास के लिए है।
और यह जीत मेरी नहीं, बल्कि हमारे नगर के स्वाभिमान और उज्ज्वल भविष्य की होगी।
मुझे आपके विश्वास, स्नेह और आशीर्वाद की जरूरत है। 11 फरवरी को अपने बेटे को आशीर्वाद दें, अपने मताधिकार का प्रयोग करें और धरमजयगढ़ के गौरवशाली भविष्य की नींव रखें।
आपका अपना,
राजीव अग्रवाल……………………





