सौतेले व्यवहार की ब्लॉक कोंग्रेस अध्यक्ष ने की आलोचना, कहा – सोच बड़ी रखें

सौतेले व्यवहार की ब्लॉक कोंग्रेस अध्यक्ष ने की आलोचना, कहा – सोच बड़ी रखें
धरमजयगढ़: नगर पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बार बैकफुट पर नजर आ रही है। पार्टी के भीतर कार्यकर्ताओं की आपसी खींचतान सतह पर आ चुकी है, जिससे संगठन में मतभेद साफ झलक रहे हैं। इन चुनौतियों से निपटने और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए प्रदेश के मंत्री श्री ओपी चौधरी को खुद मोर्चा संभालना पड़ा।
भाजपा के पास नगर विकास को लेकर ठोस एजेंडा नहीं दिख रहा है, जिससे नगरवासियों का रुझान कांग्रेस की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। संभवतः इसी राजनीतिक परिस्थिति को भांपते हुए भाजपा सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है और वे लगातार हर वार्ड में जाकर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, सांसद महोदय द्वारा यह घोषणा कि जिस वार्ड से भाजपा को सबसे अधिक वोट मिलेंगे, वहां 50 लाख रुपये के विकास कार्य कराए जाएंगे, ने स्थानीय जनता के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं। इस घोषणा को नगर के अन्य वार्डों के प्रति सौतेला व्यवहार माना जा रहा है, जिससे कई मतदाता असंतुष्ट दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा के ज्यादातर बड़े चेहरे इस बार अलग-अलग वार्डों से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। ये वही नेता हैं, जो पिछले कई वर्षों से पार्षद पद पर काबिज रहे हैं, लेकिन उनके वार्डों में विकास कार्यों का अभाव साफ देखा जा सकता है। डॉ. रमन सिंह के 15 वर्षों के शासनकाल में इन नेताओं ने राजनीतिक रूप से मजबूती हासिल की है, लेकिन अब वे केवल पैसे के बल पर जीतने का दावा कर रहे हैं।
इस बार नगरवासियों का रुझान बदलता दिख रहा है। जनता अब ऐसे प्रतिनिधियों को चुनने के मूड में है, जो वास्तव में वार्ड की समस्याओं का समाधान कर सकें और सुख-दुख में हमेशा उनके साथ खड़े रहें।
अब देखना यह है कि धरमजयगढ़ की जनता सांसद महोदय के कथित 50 लाख के फंडे के प्रभाव में आती है या नगर के विकास को गति देने वाले सक्षम अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों को चुनती है। फिलहाल सांसद महोदय के इस घोषणा को लेकर नगर में सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दिख रही है, जिससे भाजपा के लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।






