रायगढ़ जिले में विभिन्न सामाजिक संगठनों व अन्य un कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार जनहित के कार्य किए जा रहे हैं। जिससे क्षेत्र के विशेष रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को राहत व सुविधाएं मिल सके। इस कड़ी में छाल क्षेत्र के ग्राम कुड़ेकेला के जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता लालेश अग्रवाल के द्वारा अनुकरणीय पहल करते हुए क्षेत्र के विशेष संरक्षित जनजाति के बीच नए साल की खुशियां साझा की। नव वर्ष के अवसर पर लालेश अग्रवाल क्षेत्र के सुदूर ग्राम भलमुड़ी पहुंचे। चुहकीमार पंचायत के इस आश्रित ग्राम में बिरहोर व धनवार जनजाति के करीब 25 परिवार निवासरत हैं। नए साल पर लालेश के द्वारा बीहड़ इलाके में बसे इन लोगों को कंबल वितरण किया गया जिससे इस कड़कड़ाती ठंड में उन्हें राहत मिल सके। इस अवसर पर लालेश ने कहा कि जरूरतमंद लोगों की सेवा करने से असीमित सुखद अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि वे जनहित के कार्यों के प्रति हमेशा समर्पित रहेंगे। बता दें कि छाल मुख्यालय से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर भलमुड़ी गांव स्थित है। इस गांव में रहने वाले विशेष जनजाति समुदाय के लोग काफी कम बुनियादी सुविधाओं के बीच संघर्षपूर्ण जीवनयापन करते हैं। ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ता लालेश अग्रवाल की यह कवायद निश्चित तौर पर एक सकारात्मक संदेश देती है।